जयपुर। पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल से अपने प्रभार वाले जिलों धौलपुर एवं करौली में कोरोना वायरस संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों एवं इस महामारी की रोकथाम के लिए किये जा रहे उपायों की समीक्षा की।
पर्यटन मंत्री ने निर्देश दिये कि पैदल एवं अन्य साधनों से बड़ी संख्या में आवागमन कर रहे श्रमिकों की जिले में प्रवेश के समय ही स्क्रीनिंग की व्यवस्था करवायी जाये। उन्होंने कहा कि इन श्रमिकों एवं उनके परिवारों को भीषण गर्मी से राहत देने के लिए छाया-पानी और मेडिकल ऎड की व्यवस्था की जाये। पर्यटन मंत्री ने करौली एवं धौलपुर जिला कलक्टरों से जिले में स्वास्थ्य सर्वे, क्वारेंटाइन की व्यवस्था, राशन किट वितरण, पेंशन एवं अनुग्रह सहायता राशि वितरण के बारे में फीडबैक लिया और जरूरी दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने दोनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि चैक पोस्टों पर तैनात पुलिस जाप्ते की ड्यूटी रोटेशन एवं पारियों में लगायी जाये, जिससे वे थकान और मानसिक तनाव से बचे रहें। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के लिए पानी, छाया, मास्क, सैनेटाइजर आदि की पर्याप्त व्यवस्था अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाये।
पर्यटन मंत्री ने निर्देश दिये कि गर्मी के मौसम को देखते हुए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध पेयजल आपूर्ति एवं निर्बाध विद्युत सप्लाई सुनिश्चित करें ताकि लॉकडाउन के कारण घरों में रह रहे आमजन को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की समस्या को दूर करने के लिए मनरेगा के माध्यम से नये जॉब कार्ड बनाकर लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करायें जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे मजदूर वर्ग को राहत मिल सके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव शुचि शर्मा, एचसीएम रीपा के निदेशक अश्विनी भगत, धौलपुर जिला कलक्टर आर के जायसवाल, करौली जिला कलक्टर मोहन लाल यादव, धौलपुर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा एवं करौली जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार उपस्थित थे।