जयपुर। जिन्हें ललक है, पाने की दिन-रात नहीं देखा करते, दिव्यांग पैरा स्पोर्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान की ओर से जोधपुर में 28 फरवरी से 2 मार्च तक गौशाला मैदान में आयोजित 10वीं राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप मैं मोहन सिंह ने कंधे में चोट आने के बावजूद भी गोला फेंक में कांस्य पदक प्राप्त किया। मोहन सिंह ने बताया कि अभी तो जिंदगी की असली उड़ान बाकी है, अभी जिंदगी का असली इम्तिहान बाकी है, अभी तो नापी है मैंने मुट्ठी भर जमीन, अभी तो सारा आसमान बाकी है। मैं दोनों पैरों से दिव्यांग होने के बावजूद भी अपने माता-पिता व गुरुजनों के आशीर्वाद से 2017 से लगातार मेडल जीत रहा हूं, मैं अपने सभी दिव्यांग साथियों व समाज को यह संदेश देना चाहता हूं कि अपने आप को कभी भी कमजोर मत समझो।
मैं दिव्यांग रोजगार कोष मानसरोवर की पूरी टीम को सधन्यवाद देता हूं कि वो टीम हमेशा मेरी मदद के लिए आगे रहतीं है।